संकाय प्रतिनिधि महाविद्यालय के छात्रों और विश्वविद्यालय कर्मचारियों के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी है। संकाय प्रतिनिधि का छात्रों एवं शिक्षकों की समस्याओं के साथ-साथ महाविद्यालय के वातावरण को स्वच्छ रखने की जिम्मेदारी होती है। इस समिति की नैतिक जिम्मेदारी विश्वविद्यालय में जाकर शिक्षकों के हितों की बातों को रखना होता है। समय-समय पर मार्गदर्शन के लिए विश्वविद्यालय के सेमिनार एवं बैठक में शामिल होना ताकि शिक्षकों के शैक्षिक विकास, बौद्धिक विकास, नैतिक विकास पर बल दिया जा सके। संकाय प्रतिनिधि शैक्षिक अकादमी प्रतिनिधि से सम्पर्क करता है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग एवं विश्वविद्यालय के नियमों में हुए बदलाव को संकाय प्रतिनिधि के द्वारा अपने महाविद्यालय के शिक्षकों को अवगत करवाना यह इनकी नैतिक जिम्मेदारी है।